Silver Price after Diwali: दिवाली के त्योहार के बाद चांदी की कीमतों में एक बार फिर नरमी देखने को मिल रही है। दिवाली से पहले जहां चांदी की कीमतें आसमान छू रही थीं, वहीं त्योहार के अगले दिन यानी 21 अक्टूबर 2025 को कीमतों में गिरावट आई है। यह बदलाव बाजार की मांग, वैश्विक कारकों और घरेलू आर्थिक स्थिति से प्रभावित है। इस लेख में हम चांदी की कीमतों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, देश के 10 प्रमुख शहरों में आज की कीमतें बताएंगे और निवेशकों के लिए उपयोगी जानकारी साझा करेंगे। यदि आप चांदी खरीदने या बेचने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। About Us
Silver Price After Diwali: An Overview
दिवाली भारत में सोने-चांदी की खरीदारी का प्रमुख त्योहार है। इस साल दिवाली 20 अक्टूबर 2025 को मनाई गई, और इसके पहले धनतेरस पर चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थीं। लेकिन त्योहार खत्म होते ही बाजार में नरमी आ गई। MCX पर चांदी की कीमतें हाल ही में 1,25,000 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर पहुंची थीं, लेकिन 21 अक्टूबर को यह गिरकर औसतन 1,60,000 से 1,70,000 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास आ गई हैं।
यह नरमी कई कारणों से आई है। वैश्विक स्तर पर सिल्वर की सप्लाई बढ़ी है, जबकि इंडस्ट्रियल डिमांड में थोड़ी कमी आई है। भारत में त्योहार के बाद खरीदारी घट जाती है, जिससे कीमतें नीचे आती हैं। इतिहास में देखें तो दिवाली के बाद चांदी की कीमतों में 5-10% की गिरावट आम है। इस साल भी यही ट्रेंड देखा जा रहा है, जहां चांदी फिर पड़ी नरम। निवेशक इस समय को खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं, क्योंकि लंबे समय में चांदी की कीमतें बढ़ने की संभावना है।
2025 में चांदी की कीमतों ने 53% की बढ़ोतरी दर्ज की है, जो सोने से बेहतर प्रदर्शन है। लेकिन पोस्ट-दिवाली डिप सामान्य है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर इंडस्ट्री की डिमांड से कीमतें फिर उछाल मार सकती हैं।
Reasons for Price Drop After Diwali
दिवाली के बाद चांदी की कीमतों में गिरावट के कई कारण हैं। यहां कुछ प्रमुख बिंदु हैं:
- त्योहार के बाद मांग में कमी: दिवाली और धनतेरस पर लोग बड़े पैमाने पर चांदी खरीदते हैं, लेकिन उसके बाद बाजार शांत हो जाता है।
- वैश्विक बाजार का प्रभाव: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर की कीमतें डॉलर की मजबूती से प्रभावित होती हैं। हाल ही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार से डॉलर मजबूत हुआ, जिससे कमोडिटी कीमतें घटीं।
- इंडस्ट्रियल यूज में बदलाव: चांदी का 50% इस्तेमाल इंडस्ट्री में होता है। पोस्ट-फेस्टिवल सीजन में उत्पादन घटता है, जिससे डिमांड कम होती है।
- सरकारी नीतियां: भारत में आयात शुल्क और जीएसटी जैसे फैक्टर कीमतों को प्रभावित करते हैं। हालिया बजट में कोई बदलाव नहीं होने से बाजार स्थिर है।
- सट्टेबाजी का असर: MCX पर फ्यूचर्स ट्रेडिंग में सट्टेबाजों की बिकवाली से कीमतें नीचे आती हैं।
इन कारणों से 21 अक्टूबर 2025 को चांदी की कीमतें औसतन 5% नीचे हैं। यदि आप निवेशक हैं, तो यह समय बाजार को मॉनिटर करने का है।
Silver Prices in 10 Major Cities
देश के प्रमुख शहरों में चांदी की कीमतें थोड़ी अलग-अलग होती हैं, क्योंकि लोकल टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन और डिमांड पर निर्भर करती हैं। यहां 21 अक्टूबर 2025 को 10 बड़े शहरों में चांदी की कीमतें (प्रति किलोग्राम) दी गई हैं। ये कीमतें MCX और लोकल मार्केट से ली गई हैं:
- Delhi: 1,65,000 रुपये प्रति किलोग्राम
- Mumbai: 1,64,800 रुपये प्रति किलोग्राम
- Chennai: 1,66,500 रुपये प्रति किलोग्राम
- Kolkata: 1,65,500 रुपये प्रति किलोग्राम
- Bangalore: 1,66,000 रुपये प्रति किलोग्राम
- Hyderabad: 1,66,200 रुपये प्रति किलोग्राम
- Ahmedabad: 1,65,200 रुपये प्रति किलोग्राम
- Pune: 1,64,900 रुपये प्रति किलोग्राम
- Jaipur: 1,65,300 रुपये प्रति किलोग्राम
- Lucknow: 1,71,900 रुपये प्रति किलोग्राम
ये कीमतें 999 प्योरिटी वाली चांदी के लिए हैं। 10 ग्राम के लिए कीमत को 10 से विभाजित करें। ध्यान रखें, ये कीमतें बाजार बंद होने से पहले की हैं और अगले दिन बदल सकती हैं। लोकल ज्वैलर से कन्फर्म करें।
How to Check and Apply for Silver Purchase
चांदी खरीदने की प्रक्रिया सरल है, लेकिन सही तरीके से करें तो फायदेमंद रहता है। यहां स्टेप-बाय-स्टेप गाइड है:
- ऑनलाइन चेक करें: वेबसाइट्स जैसे Goodreturns, Mint या MCX ऐप पर लाइव रेट देखें। सर्च करें “silver price today”।
- मार्केट विजिट: लोकल ज्वैलर या बुलियन डीलर से संपर्क करें। कीमत कन्फर्म करें और प्योरिटी चेक करें।
- ऑनलाइन खरीद: Amazon, Flipkart या Tanishq जैसे प्लेटफॉर्म से चांदी के सिक्के या बार खरीदें। पेमेंट UPI या कार्ड से करें।
- फ्यूचर्स ट्रेडिंग: यदि निवेश के लिए, Demat अकाउंट खोलें और MCX पर ट्रेड करें। ब्रोकर जैसे Upstox या Zerodha से मदद लें।
- ETFs में निवेश: सिल्वर ETFs जैसे ICICI Prudential Silver ETF में निवेश करें। स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है।
खरीदने से पहले बाजार ट्रेंड देखें और विशेषज्ञ सलाह लें।
Important Documents for Silver Investment
चांदी खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जरूरी होते हैं, खासकर बड़ी मात्रा में:
- आईडी प्रूफ: आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी। 50,000 रुपये से ऊपर की खरीद के लिए जरूरी।
- एड्रेस प्रूफ: बैंक स्टेटमेंट या यूटिलिटी बिल।
- बैंक डिटेल्स: ऑनलाइन पेमेंट के लिए।
- हॉलमार्क सर्टिफिकेट: BIS हॉलमार्क वाली चांदी ही खरीदें, जो प्योरिटी की गारंटी देता है।
- इनवॉइस: टैक्स क्लेम के लिए बिल जरूर लें।
यदि ETFs या फ्यूचर्स में निवेश, तो KYC डॉक्यूमेंट्स जैसे पैन और बैंक अकाउंट जरूरी।
Eligibility Criteria for Silver Investment
चांदी में निवेश के लिए कोई सख्त Eligibility नहीं है, लेकिन कुछ बेसिक रिक्वायरमेंट्स हैं:
- उम्र: 18 साल से ऊपर कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है।
- KYC कंप्लायंस: पैन कार्ड और आधार जरूरी, खासकर डिजिटल निवेश में।
- बैंक अकाउंट: पेमेंट और ट्रांसफर के लिए।
- रिस्क टॉलरेंस: चांदी की कीमतें वोलेटाइल हैं, इसलिए फाइनेंशियल स्टेबिलिटी जरूरी।
- ETFs के लिए: Demat अकाउंट होना चाहिए, जो स्टॉक ब्रोकर से खोला जा सकता है।
महिलाएं या सीनियर सिटीजंस के लिए कोई स्पेशल स्कीम नहीं, लेकिन टैक्स बेनिफिट्स जैसे LTCG सभी को मिलते हैं।
Future Outlook for Silver Prices
आने वाले समय में चांदी की कीमतें बढ़ने की उम्मीद है। 2025 के अंत तक 2,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच सकती हैं, क्योंकि इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ेगी। ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में चांदी का इस्तेमाल बढ़ रहा है। लेकिन शॉर्ट टर्म में नरमी बनी रह सकती है।






